छत्तीसगढ़बिलासपुर

अखिल भारतीय पत्रकार सुरक्षा समिति का राष्ट्रीय अधिवेशन और संगोष्ठी – पत्रकार सुरक्षा कानून पर भारतव्यापी पहल

बिलासपुर, छत्तीसगढ़: अखिल भारतीय पत्रकार सुरक्षा समिति द्वारा आयोजित राष्ट्रीय अधिवेशन एवं संगोष्ठी 2 नवंबर को बिलासपुर में आयोजित होने जा रहा है। यह आयोजन पत्रकारों की सुरक्षा और उनके अधिकारों के प्रति जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से किया जा रहा है।

सूत्रों के अनुसार, यह संगोष्ठी पूरे दिन चलेगी, जिसमें सुबह 10:00 बजे से लेकर शाम 5:00 बजे तक दो चरणों में पत्रकार सुरक्षा कानून पर विस्तृत चर्चा की जाएगी। कार्यक्रम का स्थान लखबीर राम अग्रवाल सभागार, बिलासपुर निर्धारित किया गया है।

इस राष्ट्रीय अधिवेशन का उद्देश्य केवल चर्चा करना नहीं है, बल्कि पूरे भारतवर्ष में पत्रकार सुरक्षा कानून लागू कराने की दिशा में ठोस कदम उठाना भी है। आयोजकों का कहना है कि यह कानून पत्रकारों को उनके काम के दौरान होने वाले जोखिम और उत्पीड़न से सुरक्षा देने में मदद करेगा।

इस मौके पर प्रदेश अध्यक्ष गोविन्द शर्मा ने विशेष अपील करते हुए कहा कि सभी पत्रकार एकजुट हों और पत्रकार हित में कानून लागू करने के प्रयास में अपना योगदान दें। उन्होंने पत्रकारों से आग्रह किया कि वे इस राष्ट्रीय अधिवेशन में अपनी भागीदारी दर्ज कर आंदोलन को मजबूती प्रदान करें।

अखिल भारतीय पत्रकार सुरक्षा समिति के प्रतिनिधियों ने प्रदेश के सभी पत्रकारों से अपील की है कि वे इस महत्वपूर्ण अवसर पर अवश्य उपस्थित हों और इस आंदोलन को मजबूती दें। कार्यक्रम में पत्रकारों के अनुभव साझा करने के साथ-साथ कानून को और प्रभावी बनाने के लिए सुझाव भी लिए जाएंगे।

संगोष्ठी के दौरान विभिन्न सत्रों में चर्चा होगी – जैसे कि पत्रकारों के अधिकार, सुरक्षा कानून की वर्तमान स्थिति, और इस कानून को पूरे देश में लागू करने के लिए आने वाले कदम। विशेषज्ञ और वरिष्ठ पत्रकार इस अवसर पर अपने अनुभव और सुझाव साझा करेंगे।

आयोजकों ने कहा कि यह अधिवेशन सिर्फ एक आयोजन नहीं, बल्कि पत्रकारों की सुरक्षा के लिए देशव्यापी आंदोलन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। पत्रकारों की उपस्थिति और सक्रिय भागीदारी से ही इस लड़ाई को सफल बनाया जा सकता है।

इस राष्ट्रीय संगोष्ठी को लेकर पत्रकारों में उत्साह और उम्मीद दोनों देखने को मिल रही है। यह आयोजन न केवल बिलासपुर, बल्कि पूरे प्रदेश और देश के पत्रकारों के लिए एक संदेश है – कि उनका अधिकार सुरक्षित करना और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करना समाज और सरकार की प्राथमिकता होनी चाहिए।

अखिल भारतीय पत्रकार सुरक्षा समिति के पदाधिकारियों ने अंतिम अपील में कहा: “सभी पत्रकार भाइयों और बहनों से अनुरोध है कि इस महत्वपूर्ण अधिवेशन में अवश्य आएँ, अपने विचार साझा करें और इस कानून को लागू कराने में अपनी भागीदारी दर्ज करें। यह हमारी सुरक्षा और स्वतंत्र पत्रकारिता की लड़ाई है।”